दांतों से चबाते हो नाखून? तो समझ लो खतरे में है आपका दिमाग
जब मस्तिष्क किसी खतरे, तनाव या असुरक्षा को महसूस करता है तब वह शरीर को सतर्क (Alert Mode) में डाल देता है। इसी अवस्था में कई बार नाखून चबाना, बार-बार काम टालना, बाल खींचना, ज़रूरत से ज़्यादा फोन चलाना जैसी नुकसानदेह प्रवृत्तिया विकसित हो जाती हैं।
Img Banner
profile
Sanjay Purohit
Created AT: 4 hours ago
60
0
...

जब मस्तिष्क किसी खतरे, तनाव या असुरक्षा को महसूस करता है तब वह शरीर को सतर्क (Alert Mode) में डाल देता है। इसी अवस्था में कई बार नाखून चबाना, बार-बार काम टालना, बाल खींचना, ज़रूरत से ज़्यादा फोन चलाना जैसी नुकसानदेह प्रवृत्तिया विकसित हो जाती हैं।


ऐसा क्यों होता है?

हमारा एमिग्डाला (Amygdala) नामक मस्तिष्क का हिस्सा खतरे को पहचानता है जैसे ही तनाव या डर महसूस होता है, मस्तिष्क “लड़ो या भागो” मोड में चला जाता है इस दौरान दिमाग तर्क से नहीं, बल्कि आदतों और तात्कालिक राहत पर काम करता है। नाखून चबाना या टालमटोल करना दरअसल दिमाग का यह तरीका है कि “किसी तरह तनाव कम करो, भले ही तरीका नुकसानदेह क्यों न हो।”


नाखून चबाने की आदत

यह एंग्जायटी और अंदरूनी बेचैनी का संकेत हो सकती है। इससे मस्तिष्क को कुछ सेकंड की राहत मिलती है, लेकिन लंबे समय में यह आदत बन जाती है। कई बार दिमाग काम को खतरे या बोझ की तरह देखने लगता है, इसलिए वह उस काम से बचने के लिए बहाने ढूंढता है। असल में यह आलस्य नहीं, बल्कि तनाव से बचाव की प्रतिक्रिया होती है।


ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Health & wellness

See all →
Sanjay Purohit
दांतों से चबाते हो नाखून? तो समझ लो खतरे में है आपका दिमाग
जब मस्तिष्क किसी खतरे, तनाव या असुरक्षा को महसूस करता है तब वह शरीर को सतर्क (Alert Mode) में डाल देता है। इसी अवस्था में कई बार नाखून चबाना, बार-बार काम टालना, बाल खींचना, ज़रूरत से ज़्यादा फोन चलाना जैसी नुकसानदेह प्रवृत्तिया विकसित हो जाती हैं।
60 views • 4 hours ago
Sanjay Purohit
भारतीयों की थाली में प्रोटीन तो भरपूर, मगर पौष्टिकता आधी
भारतीयों की थाली में प्रोटीन की मात्रा तो बढ़ रही है, मगर उसकी गुणवत्ता आधी रह गई है। काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (CEEW) के नए अध्ययन में सामने आया है कि भारतीय प्रतिदिन औसतन 55.6 ग्राम प्रोटीन का सेवन करते हैं, लेकिन उसमें से करीब 50 प्रतिशत हिस्सा चावल, गेहूं, सूजी और मैदा जैसे अनाजों से आता है।
62 views • 2025-12-14
Sanjay Purohit
किस विटामिन की कमी से होते हैं डार्क सर्कल्स?
आंखों के नीचे काले घेरे यानी डार्क सर्कल्स एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या है। कई लोग क्रीम, सीरम और घरेलू नुस्खे आज़माते रहते हैं, लेकिन फिर भी फर्क नहीं पड़ता। इसकी बड़ी वजह यह है कि कई बार डार्क सर्कल्स अंदरूनी कमी या शरीर के बदलाव की वजह से होते हैं।
124 views • 2025-12-13
Sanjay Purohit
कैंसर के इलाज में बड़ी सफलता, नहीं पड़ेगी कीमो थैरेपी की जरूरत!
मध्य प्रदेश से स्वास्थ्य और विज्ञान के क्षेत्र में बड़ी खुशखबरी आई है। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कैंसर उपचार में बड़ी सफलता हासिल की है। उनके शोध में ऐसे पौध-आधारित बायो-मॉलिक्यूल की पहचान हुई है, जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोक सकते हैं और शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।
183 views • 2025-12-10
Sanjay Purohit
अलसी खाने से कौन-सी बीमारिया ठीक होती हैं?
सेहत को बनाए रखना हमारे लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि जब शरीर स्वस्थ और ताकतवर रहेगा, तभी हमारी जिंदगी का लाइफस्टाइल भी बेहतर होगा। खाने-पीने का सही ध्यान रखना इसका सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे में छोटे-छोटे लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर बीज, जैसे कि अलसी के बीज, हमारे लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
119 views • 2025-12-08
Sanjay Purohit
भारत ने किया कमाल: कैंसर मरीजों के लिए उम्मीद की किरण,अब AI बताएगा ट्यूमर के अंदर का सच
भारतीय वैज्ञानिकों ने कैंसर के इलाज में एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फ्रेमवर्क विकसित किया है, जो कैंसर की कोशिकाओं के भीतर होने वाली जटिल गतिविधियों को पढ़ सकता है।
192 views • 2025-11-27
Sanjay Purohit
सुबह उठते ही आंखों से पानी आना किस बीमारी का लक्षण ?
सुबह उठते ही कई लोगों को आंखों से पानी आने की समस्या होती है. हल्का पानी आना आम बात है, लेकिन अगर यह परेशानी रोज बनी रहती है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. यह किसी छिपी हुई बीमारी या आंखों से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है.
100 views • 2025-11-24
Sanjay Purohit
ब्रेस्ट में हल्का बदलाव भी खतरनाक! इन लक्षणों को न करें इग्नोर
अक्सर लोग सोचते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत हमेशा गांठ से होती है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआती स्टेज में कई बार कोई गांठ नजर नहीं आती। इसके बजाय शरीर धीरे-धीरे कुछ संकेत देना शुरू कर देता है।
133 views • 2025-11-23
Sanjay Purohit
इन दो ब्लड ग्रुप वाले लोगों की सोचने-समझने की शक्ति होती है सबसे तेज, रिसर्च में हुआ खुलासा
हमारे शरीर में चार मुख्य ब्लड ग्रुप होते हैं – A, B, AB और O, जिन्हें पॉजिटिव और निगेटिव में बांटा गया है। अक्सर आपने सुना होगा कि कुछ लोग बहुत चालाक या दिमाग से तेज़ होते हैं। हाल ही में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में हुए रिसर्च से पता चला है कि ब्लड ग्रुप का दिमाग की क्षमता पर असर पड़ता है।
197 views • 2025-11-14
Sanjay Purohit
खाना खाने के बाद 100 कदम क्यों चलना चाहिए
भारतीय संस्कृति में भोजन के बाद शतपावली का विधान है, जो पाचन क्रिया को सक्रिय कर बीमारियों से बचाता है। आयुर्वेद के अनुसार, यह वात, पित्त, कफ को संतुलित करता है। भोजन के तुरंत बाद लेटना या बैठना हानिकारक है, जबकि पेट पर दक्षिणावर्त हाथ फेरना पाचन को सुधारता है।
174 views • 2025-11-14
...